सोमवती अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी
स्टेट क्राइम ब्यूरो चीफ जगदीश तिवारी की रिपोर्ट
रायबरेली। सोमवती अमावस्या पर गोकर्ण ऋषि की तपस्थली दक्षिण वाहिनी गोकना घाट,खरौली,बादशाहपुर,गोला,कोइलहा गंगा घाट सहित विभिन्न् घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा में डुबकी लगाई। और पूजा अर्चना कर दान दक्षिणा देकर लोक कल्याण की कामना की। श्रावण मास की यह अमावस्या को हरियाली अमावस के रूप में भी मनाया जाता है। भोर से गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। घण्टे घड़ियाल की ध्वनि के बीच हर हर गंगे व हर हर महादेव के उदघोष से घाट गुंजायमान रहा। सावन माह का द्वितीय तृतीय सोमवार होने से कांवड़ियों की काफी भीड़ रही। गंगा में जल बढ़ने के चलते स्नानार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर जलधारा में बैरिकेडिंग के साथ नाव व गोताखोरों के साथ पुलिस बल मुस्तैद रहा। इससे पूर्व मां गंगा गोकर्ण जन कल्याण सेवा समिति की ओर से पतित पावनी मां गंगा एवं देवाधिदेव बाबा भोलेनाथ की की पूजा अर्चना की गई। क्षेत्र के अलावा दूर दराज से आए स्नानार्थियों के साथ बड़ी संख्या में कांवरियों ने स्नान कर पूजा अर्चना की। बाद में कांवरियों ने गंगा जल भर विभिन्न शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए रवाना हुए। समिति के सचिव वरिष्ठ पुरोहित पंडित जितेंद्र द्विवेदी ने बताया कि सोमवती अमावस्या पर सैकड़ों कांवरियों ने गंगा स्नान किया, और जल लेकर विभिन्न मंदिरों के लिए रवाना हुए। घाट पर स्नानार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था की चाक चौबंद व्यवस्था रही। घाट पर नाविक व गोताखोर पूरी सुरक्षा किट के साथ तैनात रहे। इस दौरान एसडीएम सिद्धार्थ चौधर, सीओ इंद्रपाल सिंह, प्रभारी निरीक्षक बालेन्दु गौतम ,दल बल् के साथ मौजूद रहे। समिति की ओर से श्रद्धालुओं को मां गंगा को निर्मल एवं स्वच्छ बनाने रखने में सहयोग करने, वृक्षारोपण करने तथा जल संरक्षण करने की अपील की जाती रही।
ऊंचाहार,रायबरेली। सावन के तृतीय सोमवार को सोमवती अमावस्या होने पर शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए भक्तों की भारी भीड़ रही। क्षेत्र के बड़ागांव स्थित गौरीशंकरन व मिर्जापुर ऐहारी स्थित बूढ़े बाबा मंदिर,धूता के धूतेश्वर धाम में भोर से जलाभिषेक करने के लिए भारी भीड़ रही। भीड़ का आलम यह रहा कि जलाभिषेक में नंबर लगाने के लिए भक्तों को लाइन में देर तक इंतजार करना पड़ा। बम बम, हर हर महादेव के जयकारों से देवालय गुंजायमान रहे। इस अवसर पर कई भक्तों की ओर से रुद्राभिषेक व यज्ञ का आयोजन भी किया गया। मंदिरों में भक्तों की ओर से भंडारे की व्यवस्था की गई, जहां लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके अलावा गांवों में स्थित शिवालयों में भी भक्तों ने जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की और कल्याण की कामना की।