“विश्व जल दिवस” के अवसर पर जन जागरूकता संगोष्ठी का हुआ आयोजन, बताया जल का महत्व
बांदा जनपद में शुक्रवार को जिला ग्राम्य विकास संस्थान बांदा के प्रशिक्षण हाल में “विश्व जल दिवस” , के अवसर पर जन जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यकम के मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य रहे। विशेष अतिथि के रूप में एडीएम नमामि गंगे मनोज कुमार श्रीवास्तव, उपायुक्त मनरेगा प्रेमनाथ यादव, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी संजीव बघेल, जिला विकास अधिकारी रमाशंकर सिंह, अधिशाषी अभियन्ता जल निगम ग्रामीण महेन्द्र राम, सहायक अभियन्ता लघु सिचाई विजय कुमार आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन UNOPS से आशीष कुमार सिंह जिला सलाहकार जल जीवन मिशन द्वारा किया गया। उन्होने बताया कि इस वर्ष का थीम “शान्ति के लिए जल Water for peace है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विश्व जल दिवस के अवसर पर अपने विचार रखते हुये कहा कि पानी बनाया नहीं बचाया जा सकता है। मरौली झील का उदाहरण देते हुये बताया कि आज 50 प्रकार के दुर्लम पक्षियों सहित इस झील पर आ रहे हैं। जिसका एलबम भी तैयार किया गया है। जल पर्यटन का यह अच्छा उदाहरण है। इसी क्रम में अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे ने आग्रहपूर्वक निवेदन किया कि पेयजल का उपयोग पीने के लिए ही करें और इसे बर्बाद होने से बचाये। उपायुक्त मनरेगा ने कहा कि हम अपनी आदतो में सुधार करके जल संरक्षण में अपनी भूमिका निभा सकते हैं। जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी ने बताया कि विगत वर्ष अविरल जल अभियान की सफलता का आगामी वर्ष में प्रत्येक गांव में एक आदर्श तालाब और 25 मेडबन्दी करने का लक्ष्य लेने की बात कही तथा जल आन्दोलन को जन आन्दोलन बनाते हुये बांदा जनपद डार्क जोन से बाहर निकल सकता है। इसकी शुरूआत जिलाधिकारी के नेतृत्व में हो चुकी है। अटल भूजल योजना के आईईसी एक्सपर्ट अखिलेश पाण्डेय ने भूगर्भ जल दोहन के प्रति सचेत किया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की कृषि सखी प्रशिक्षार्थियों ने जलगीत गाकर पानी बचाने का संदेश दिया। कार्यक्रम में एडीओ पंचायत रफीक मन्सूरी, एग्रीकल्वर एक्सपर्ट स्वीकान्त उपाध्याय, ज्येष्ठ अनुदेशक चन्द्रकिशोर, विमल वर्मा, प्रशान्त कनौजिया तथा अटल भूजल योजना/जल जीवन मिशन के कई अधिकारीगण उपस्थित रहे।
जल शपथ के द्वारा लोगो को जल संरक्षण का संकल्प दिलाया गया। जिला विकास अधिकारी रमाशंकर सिंह ने आभार व्यक्त किया।