जिला एम सी बी
ब्यूरो रिपोर्ट
जनकपुर ब्रेक
नहीं मिल पा रहा गरीबों को राशन रोजाना राशन दुकान से वापस हो रहे हैं राशन हितग्राही
जिला एमसी के जनकपुर शासकीय उचित मूल्य की दुकान का यह पूरा मामला है ,जहां राशन विक्रेता मनमाने तरीके से राशन दुकान 2:00 बजे खोल कर राशन विक्रय करते हैं ,इस समय लगातार राशन उपभोक्ता राशन दुकान जा रहे हैं। और वापस खाली हाथ आ रहे हैं ,दुकानदार द्वारा बताया जा रहा है कि बीपीएल का राशन दुकान पर उपलब्ध नहीं है ,इसलिए आपको राशन नहीं दिया जाएगा जब तक राशन दुकान पर बीपीएल कार्ड का राशन उपलब्ध नहीं होगा तब तक राशन नहीं मिल पाएगा महज महीने के चार से पांच दिन ही बचे हुए हैं लगभग 150 हितग्राही अभी भी राशन से वंचित है ,रोजाना राशन विक्रेता का यही रवैया रहता है, और बहाना रहता है राशन दुकान पर राशन उपलब्ध नहीं है तो मैं राशन कैसे प्रदाय करूं। माह खत्म होने के बाद आप लोगों का राशन भी लेप्स हो जाएगा इसलिए आप लोगों को राशन मिलना मुश्किल है ।गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व राशन विक्रेता के खिलाफ राजधानी रिपोर्टर में खबर प्रकाशित की गई थी की मनमाने तरीके से राशन विक्रेता के द्वारा राशन दुकान को खोला जाता है एवं शक्कर का निर्धारित रेट ₹17 के बजाय₹20 उपभोक्ता से वसूला जाता है लेकिन आज दिनांक तक जनकपुर शासकीय उचित मूल्य दुकान पर खाद्य विभाग के द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई इससे खाद्य विभाग के कार्य पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है आखिर क्यों मेहरबान है खाद्य विभाग के आला अधिकारी जनकपुर शासकीय उचित मूल्य दुकान पर उपभोक्ता के द्वारा बताया गया कि हमारे द्वारा खाद्य निरीक्षक जनकपुर को राशन न मिलने के संबंध में जानकारी बताया गया साथ ही जिला खाद्य अधिकारी एम सी बी जतिन देवांगन को फोन कर पूरी जानकारी बताई गई लेकिन उनके द्वारा भी अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं किया गया है ।अभी भी राशन उपभोक्ता राशन से वंचित है छत्तीसगढ़ सरकार सुशासन हेतु अपना ढिंढोरा पीट रही है।की छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ में जब से भाजपा की सरकार आई है तब से राम राज्य की तरह सुशासन सरकार चल रही है ।लेकिन क्या यही है सुशासन सरकार जिसमें की राशन उपभोक्ताओं को लगातार राशन दुकानदार के द्वारा चूना लगाया जाता है एवं रोजाना वहां से खाली हाथ लौटना पड़ता है अब देखना होगा कि वहां 5 से 6 दिन में राशन विक्रय करवा पाती है खाद्य विभाग एवं संबंधित राशन विक्रेता पर क्या कार्यवाही कर पाती है।।