: सत्याग्रह: पत्रकार अविनाश सिंह के प्रतिष्ठान पर बुलडोजर की कार्रवाई का विरोध
‘दैनिक घटती घटना’ अखबार के संचालक अविनाश सिंह के प्रतिष्ठान पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई के विरोध में प्रदेश के सैकड़ों पत्रकारों ने सत्याग्रह किया। यह कार्रवाई 34 साल पुराने शासकीय कब्जे के मामले को लेकर की गई है, जो न्यायालय में विचाराधीन है।इस विवाद का संबंध डॉक्टर प्रिंस जायसवाल से भी है, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे विकलांग फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर प्रशासन में नौकरी कर रहे हैं। ‘दैनिक घटती घटना’ अखबार में उनके खिलाफ समाचार प्रकाशित किए जा रहे थे, जिसके चलते प्रिंस जायसवाल ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को अपने चाचा के रूप में प्रस्तुत कर लेखक को दबाने की कोशिश की। अखबार के विज्ञापन को जनसंपर्क कार्यालय द्वारा मौखिक रूप से रोक दिया गया था, जिससे ‘दैनिक घटती घटना’ अखबार ने कलम बंद अभियान चला रखा था।इस दौरान, संचालक के पिता के निधन के चलते परिवार शोकाकुल था, फिर भी उनके व्यापारिक प्रतिष्ठान पर बुलडोजर चलाया गया, जिससे पत्रकार की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया। इसके विरोध में, प्रदेश के सैकड़ों पत्रकारों ने 2 अगस्त 2024 को सुबह 11:00 से 4:00 बजे तक अंबिकापुर नमना कला, छत्तीसगढ़ में शांतिपूर्ण सत्याग्रह कर विरोध प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। पत्रकारों ने इस घटना की निंदा की और छत्तीसगढ़ सरकार से अपील की कि पत्रकारों को दबाने का काम ना करें। उनका कहना है कि यदि शासन से कोई असहमति है, तो सीधे संवाद करें। पत्रकारों ने स्वास्थ्य मंत्री से भी अनुरोध किया कि फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी करने वाले अधिकारी पर निष्पक्ष रूप से कार्रवाई करें। कुछ पत्रकारों का कहना है कि मंत्री और विधायकों के करीब रहने वाले तथा कथित सलाहकार व पत्रकारों से सतर्क की आवश्यकता है क्योंकि ये मंत्रीयो और विधायकों को फिजूल सलाह देकर भ्रमित कर देते हैं, जिससे उनकी प्रतिष्ठा समाज में धूमिल होती है। ऐसे लोगों से ही मंत्रियों को दूरी बनाकर रखना चाहिए।।