स्टेट क्राइम ब्यूरो चीफ जगदीश तिवारी की रिपोर्ट
ज़िलाअधिकारी माला श्रीवास्तव ने शिक्षक दिवस पर जनपद वासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षक एक ऐसा दीपक है जो कि अपने प्रकाश से पूरे समाज में शिक्षा की रोशनी फैलाता है। उसके दिखाए हुए मार्ग पर ही चलकर विद्यार्थी समाज और देश को एक नई दशा और दिशा देता हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी विद्यार्थी के जीवन में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है जो कि देश के दूसरे राष्ट्रपति श्री सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन है। जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षको की यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी बनती हैं कि वे बच्चों में शिक्षा की नींव को बहुत ही मजबूती के साथ रखें।उन्होंने कहा कि बच्चों के अंदर की उत्सुकता को हमें कभी खत्म की नहीं करनी चाहिए। शिक्षकों को बच्चों की शिक्षा के प्रति लगन को बनाए रखना चाहिए। प्राइमरी के शिक्षकों को बच्चों को सही और गलत की पहचान जरूर करानी चाहिए। उन्हें बच्चों की समस्या को अलग से हल करने की कोशिश करनी चाहिए। हमें बच्चों को उनकी क्षमता के हिसाब से आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि जब भी प्रशासनिक अधिकारी किसी गांव में निरीक्षण करने के लिए जाएं तो बच्चे उनसे अपनी समस्याओं के संबंध में चर्चा अवश्य करें। बच्चों के अंदर की झिझक को अगर कोई दूर कर सकता है तो वे सिर्फ शिक्षक ही है। उन्होंने कहा कि शिक्षक को सदैव ही ज्ञान की रोशनी फैलानी चाहिए। हमें शिक्षा को नौकरी समझकर नहीं बल्कि सेवा के रूप में लेना चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा कि हमें अपने माता-पिता का सदैव ऋणी रहना चाहिए क्योंकि हमारे पहले शिक्षक वही होते हैं।