स्टेट क्राइम ब्यूरो चीफ जगदीश तिवारी
शून्य से पाँच साल तक के 11,499 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य, 2899 गर्भवती भी की जाएंगी प्रतिरक्षित*रायबरेली, 11 सितंबर । किन्हीं कारणों से नियमित टीकाकरण से छूटे शून्य से पाँच साल तक के बच्चों और गर्भवती के टीकाकरण के लिए मिशन इंद्रधनुष अभियान (आईएमआई) 5.0 चलाया जा रहा है। तीन चरणों में चल रहे अभियान का पहला चरण 07 से 12 अगस्त तक चला। दूसरे चरण की शुरुआत सोमवार (11 सितम्बर) को हुई। इसका शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने जिला महिला चिकित्सालय में किया। उन्होंने कहा कि नियमित टीकाकरण से शिशु मृत्यु दर और बाल मृत्यु दर में कमी आई है और यह बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाता है। सभी अपने बच्चों का नियमित टीकाकरण जरूर कराएं। यह सुरक्षित है। सबसे खास बात यह है कि बच्चों को टीका घर के पास ही लगेगा। इसके लिए अभिभावकों को कहीं दूर नहीं जाना पड़ेगा।मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि शत – प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करें। पाँच साल तक के बच्चों में होने वाली मृत्यु का मुख्य कारण डायरिया और निमोनिया है। नियमित टीकाकरण में वायरल डायरिया से बचाव के लिये रोटा वायरस और निमोनिया से बचाव के लिए न्यूमोकॉकल कोन्जुगेट वैक्सीन लगायी जाती है। इसके साथ ही खसरा, टिटेनस, डिप्थीरिया, काली खांसी, इंफ़्लूएंजा,दिमागी बुखार, गलघोंटू, हेपेटाइटिस, टीबी, रूबेला आदि बीमारियों से बचाव के टीके लगाए जाते हैं।जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि पाँच साल में सात बार टीका लगवाकर बच्चों को स्वस्थ रख सकते हैं। टीकाकरण बच्चों को कुपोषण से भी बचाता है।आईएमआई अभियान में 6.2 लाख घरों का सर्वे किया गया। आईएमआई के दूसरे चरण में कुल 11,499 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य है, जिसके तहत पेंटा/डीपीटी-1 के 2243, बच्चे, पेंटा/डीपीटी- 2 के 2268 , पेंटा/डीपीटी- 3 के 2253, एमआर-1 के 2531 , एमआर- 2 के 2204 बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य है। इसके अलावा 2899 गर्भवती को टिटेनस और वयस्क डिप्थीरिया (टीडी) का टीका लगाने का लक्ष्य है।जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डी.एस.अस्थाना ने बताया कि शून्य से पाँच साल तक के बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीके लगाए जाते हैं। इसके साथ ही गर्भवती को टिटेनस और वयस्क डिप्थीरिया(टीडी) का टीका लगाया जाता है।आज प्रथम दिन 2325 बच्चे और 768 गर्भवती महिलाओं को टीका लगाए गए। शुभारंभ के अवसर पर पी पी सी जिला महिला चिकित्सालय में वंदना त्रिपाठी डीएमसी यूनिसेफ, सहाना जमीर, तारावती, नीतू आदि उपस्थित रहे।