उपभोक्ता त्रस्त, विभाग व्यस्त, बिजली चोर मस्त
— एनएचआरसीसीबी-आर ने जनहित में उठाया मुद्दा।
— महरौनी का मामला।
महरौनी। सरकार के सुधार के तमाम जतन के बावजूद विद्युत विभाग व उसके अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती हैं जिसका ज्वलंत उदाहरण हैं ललितपुर जनपद के महरौनी एसडीओ व उसके मातहत कर्मचारियों का।
जानकारी के अनुसार महरौनी पावर हाउस के एसडीओ व उनके मातहत कर्मचारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैए, कर्तव्यहीनता, निरंकुशता, भ्रष्टाचार में संलिप्तता व बिजली चोरों को संरक्षण देने के चलते शारदा आवास कालोनी व उसके आस पास के विद्युत उपभोक्ता विगत दो सप्ताह से अंधेरे में जीवन यापन करने को मजबूर हैं।
बता दें कि राष्ट्रीय मानवाधिकार व भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो ललितपुर के महिला विंग की जिला उपाध्यक्षा नसरीन बानो व अन्य तमाम महिलाओं द्वारा दिए गए लिखित शिकायत के अनुसार विगत दो सप्ताह से विद्युत आपूर्ति बाधित है, एक ही ट्रांसफार्मर से क्षमता से अधिक लोगों के तार जुड़े हैं जबकि ट्रांसफार्मर में तेल बहुत कम है जिससे कभी भी जानलेवा ब्लास्ट हो सकता है वहीं बिजली चोरों के पौ बारह हैं क्योंकि उन्हें मौखिक विभागीय संरक्षण प्राप्त है। इस प्रकरण की आईजीआरएस पर शिकायत कराने के साथ अन्य संबंधित अधिकारियों को भी जानकारी दी गई है परंतु अंग्रेजी तानाशाही हुकूमत की तर्ज पर एसडीओ कार्यालय से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी आपने तानाशाही दबंग अंदाज में आम उपभोक्ता को सुनने को तैयार नहीं हैं।
इस प्रकरण में एनएचआरसीसीबी-आर के महरौनी तहसील अध्यक्ष विवेक जोशी व राष्ट्रीय अध्यक्ष आर के पाण्डेय एडवोकेट से वार्ता के बाद एसडीओ ने जेई को कार्यवाही हेतु पत्र जारी कर दिया है जबकि जेई के पास उपभोक्ता के लिए समय नहीं है। वहीं संगठन के पूछताछ में स्थानीय लाइनमैन ने शिकायत को स्वीकार करते हुए अधिकारियों से सहयोग न मिलने की बात बताई है। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक आम उपभोक्ता अंधेरे के साम्राज्य में जीने को मजबूर नजर आया।