दिन में जंगल एवं रात में महावीर के खेत में जमाये रखता है डेरा नर हाथी
अनूपपुर/15/फरवरी/विगत एक माह से अधिक समय से छत्तीसगढ़ राज्य से आए दो नर हाथियों में से एक हाथी की करंट लगने से मौत के बाद एक अकेला बड़ा दो दांत वाला नर हाथी विगत एक माह से निरंतर अनूपपुर एवं जैतहरी वन परिक्षेत्र एवं तहसील के ग्रामीण अंचलों एवं जंगलों में दिन में विश्राम करने बाद देर सांम-रात होते ही जंगल से लगे तीन चार कि,मी,की परधि मे पहुंचकर खेतों में लगे गेहूं,मटर एवं अन्य तरह की फसलों को अपना आहार बना रहा है विगत चार-पांच दिनों से यह नर हाथी गोवरी बीट के कक्ष क्रमांक 302 के जंगल में दिन भर विश्राम करने बाद शाम होते ही जंगल से निकलकर जैतहरी-राजेंद्रग्राम मुख्यमार्ग को पार कर डियो राड,जयप्रकाश एवं अनिल गुप्ता के क्रेशर के पास से होता हुआ तिपान नदी के समीप पहुंच कर महावीर ढीमर,लल्लू राठौर,नत्थू भरिया सहित आस-पास के किसानों के खेतों में लगे फसलों को खाता है,बुधवार की सुबह वापस लौटते समय यह हाथी एक दिन पूर्व शाम को गोबरी गांव के कुछ असमाजिक तत्वो,ग्रामीणों द्वारा हाथी पर पत्थर फेंक कर,हो-हल्ला कर भगाए,दौडाये जाने से गुस्से में आ गया जो पूरी रात तिपान नदी के पास महावीर ढीमर के खेत में गेहूं खाते हुए बुधवार की सुबह लौटते समय अनिल गुप्ता के क्रेशर के बगल में एक कमरे का घर बनाकर खेत में रह रहे ललन राठौर के घर को तोड़फोड़ कर पूरी तरह नष्ट करते हुए वापस गोबरी के 302 के जंगल में विश्राम करने चला गया रहा जो बुधवार की शाम एवं रात को फिर से जंगल से निकल कर लल्लू राठौर के खेत से तिपान नदी के पास स्थित महावीर ढीमर के खेत में लगे गेहूं को खाता हुआ गुरुवार की सुबह 5:30 बजे कक्ष क्रमांक 303 के जंगल में जाकर विश्राम कर रहा है अकेला न हाथी अपने साथी से बिछड़ जाने के कारण घटना के बाद से निरंतर डरा एवं सहमा सा रहता है।
वन विभाग जैतहरी एवं अनूपपुर का मैदानी अमला हाथी के विचरण पर निगरानी के साथ ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान में रहने तथा हाथी के साथ किसी भी तरह छेड़खानी नहीं करने का आग्रह कर रही है वहीं प्रभारी वन मंडलाधिकारी सुश्री श्रद्धा पंदे् द्वारा निरंतर एक माह से विचरण कर रहे नर हाथी को रेस्क्यू करने के संबंध में वन विभाग के भोपाल स्थित मुख्यालय पर पूर्व में किये गये के पत्राचार के साथ फिर से पत्राचार कर कार्यवाही की है।
रिपोर्ट राजेश कुमार चौधरी अनूपपुर