न है शुद्ध पीने का जल, और न है विद्यालय तक जाने का सही रास्ता
ब्यूरो रिपोर्ट जगदीश तिवारी
विभागीय अधिकारियों को है जानकारी फिर भी मौन
बछरावां रायबरेलीl निरंतर अपने अजीबोगरीब कारनामों से चर्चा में रहने वाला शिक्षा विभाग एक बार फिर चर्चा का विषय तब बन गया जब क्षेत्र के एक प्राथमिक विद्यालय में अव्यवस्थाओं के दौर को देखने के साथ-साथ एक ही कक्ष में पांच कक्षाएं संचालित होने की खबर प्राप्त हुईl जानकारी के अनुसार आपको बताते चले कि बछरावां विकासखंड की मैनाहार कटरा ग्राम सभा के दरेहटा गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय दरेहटा की स्थिति इतनी अव्यवस्थित एवं दयनीय है कि जिनकी स्थिति को बया कर पाना संभव नहीं हैl
इनसेट1: विद्यालय में जर्जर भवन को लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अजय पाल यादव ने बातचीत के दौरान बताया कि विद्यालय में भवन की स्थिति बहुत ही समस्या पूर्ण है, हमारे पास भंडार गृह एवं प्रधानाध्यापक के कक्ष को छोड़कर केवल एक ही कक्ष है, जिसमें हम कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को बैठाकर शिक्षा देते हैंl क्योंकि खंड शिक्षा अधिकारी महोदय का आदेश है कि जर्जर भवन में न ही कोई स्टाफ का व्यक्ति बैठेगा और न ही बच्चों को बैठाया जाएl साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया कि विद्यालय के मुख्य मार्ग पर गांव के लोगों द्वारा कूड़ा फेंका जाता है, जिसके कारण बच्चों एवं विद्यालय के स्टाफ को कूड़े से चलकर स्कूल आना पड़ता हैl इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत कई बार हमने विभागीय अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर की, परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई न ही समस्या का कोई निदान हुआ हैl
इनसेट 2 विद्यालय परिसर में नहीं है साफ सफाई की व्यवस्था: इस संबंध में विद्यालय के सहायक अध्यापकों का कहना है कि विद्यालय में अत्यधिक गंदगी होने के कारण कभी-कभी हम लोगों को स्वयं विद्यालय परिसर की साफ सफाई करनी पड़ती हैl क्योंकि यहां पर कोई भी सफाई कर्मचारी नहीं आता है, जिसकी शिकायत हमने कई बार खंड शिक्षा अधिकारी महोदय एवं ग्राम प्रधान से भी की हैl परंतु कोई सकारात्मक उत्तर प्राप्त नहीं हुआl
इनसेट 3: पीने के पानी की समस्या: विद्यालय परिसर में दो सरकारी हैंडपंप होने के बावजूद भी विद्यालय के बच्चों के लिए पीने का पानी बाहर से आता है, जिसका मुख्य कारण एक हैंडपंप खराब पड़ा हुआ है व दूसरे हैंड पंप का जल दूषित हैl इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए विद्यालय की रसोइया राजरानी एवं उनकी साथी ने बताया कि हैंडपंप का पानी दूषित होने के कारण हम लोगों को खाना बनाने के लिए विद्यालय से 100 मीटर दूर से पानी लाना पड़ता है और बच्चों के पीने का भी पानी हम लोग वहीं से लेकर आते हैंl इसकी शिकायत कई बार हमने ग्राम प्रधान से की परंतु इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुईl
इनसेट 4: इस समस्या पर क्या कहते हैं ग्राम प्रधान: इस समस्या पर जब ग्राम सभा के मुखिया ग्राम प्रधान राजाराम यादव से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि विद्यालय में न तो गंदगी की कोई समस्या है और न ही कोई अन्य समस्याएं हैl
इनसेट 5: इस समस्या पर क्या कहते हैं खंड शिक्षा अधिकारी: विद्यालय की विभिन्न समस्याओं को लेकर खंड शिक्षा अधिकारी वरुण कुमार मिश्रा से बातचीत करने के लिए दोपहर 2 बजे के बाद समय दिया, परंतु समय पर पहुंचने पर संवाददाता ने जब उनको फोन किया तो न तो उन्होंने फोन उठाया और न ही मौखिक रूप से कोई जवाब दियाl
ताज्जुब की बात तो यह है कि विद्यालय की स्थिति एवं विद्यालय की अव्यवस्थाएं विभाग के अधिकारी एवं ग्राम प्रधान के संज्ञान में है परंतु जिम्मेदार इस समस्या पर मौन धारण किए हुए अपनी जिम्मेदारियों से किनारा करते हुए नजर आ रहे हैं जो कहीं न कहीं शिक्षा व्यवस्था पर उनकी अनुशासन हीनता के कारण गहरी चोट करते हुए उसे बेपटरी करने पर लगी हुई हैl