स्टेट क्राइम ब्यूरो चीफ जगदीश तिवारी की रिपोर्ट
रायबरेली,24 अगस्त। जनपद स्तरीय गोवंश अनुश्रवण मूल्यांकन समीक्षा समिति के साथ जिले में संचालित समस्त गोवंश आश्रय स्थलों के माइक्रो मैनेजमेन्ट के पर्यवेक्षण आदि विषयों पर मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी । बैठक में निराश्रित गोवंशों के संरक्षण एवं भरण पोषण के सम्बन्ध में निर्गत दिशा-निर्देशों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु गो आश्रय स्थलवार एवं संरक्षित गोवंशों के भरण पोषण, मा० मुख्यमंत्री निराश्रित / बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना अन्तर्गत गोवंश सुपुर्दगी, एस०एफ०सी० फण्ड पूलिंग के साथ-साथ जनपद में निराश्रित / बेसहारा विचरण कर रहे गोवंशों को शत-प्रतिशत संरक्षित कराने हेतु मुख्य विकास अधिकारी रायबरेली द्वारा प्रतिभागी अधिकारियों को ‘शासनादेशानुसार आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। समीक्षा बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा० अनिल कुमार द्वारा अवगत कराया कि जनपद में 74 गौशालायें कियाशील है, जिनमें 21541 निराश्रित गोवंश संरक्षित है। इन ग्राम पंचायतों में कुल 480 को सम्बद्ध ( टैग्ड) करके उपलब्ध राज्य वित्त आयोग की धनराशि का 15 प्रतिशत प्रत्येक ग्राम पंचायत से गो आश्रय स्थल की ग्राम पंचायतों को एस०एफ०सी० के माध्यम से धनराशि का हस्तानान्तरण किया जा रहा है तथा वर्तमान में सम्बद्ध ग्राम पंचायतों द्वारा कुल रू0 3060429.00 मात्र ( तीस लाख साठ हजार चार सौ उन्तीस रूपये मात्र) एस०एफ०सी० ग्राण्ट से पूल किया जा चुका है। सभी खण्ड विकास अधिकारियों को पूलिंग की धनराशि बढ़ाये जाने एवं गौशालाओं का स्थलीय निरीक्षण अवधि दिनांक 25 से 28 तारीख को विकास खण्ड स्तरीय समिति द्वारा किये जाने हेतु भी निर्देशित किया गया। जनपद में मा० मुख्यमंत्री निराश्रित / बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना अन्तर्गत 2119 पशुपालकों / कृषकों को सुपुर्दगी के माध्यम से लाभान्वित किया गया। गौशलाओं में संरक्षित गोवंशों के भरण पोषण हेतु 151301 कुन्तल भूसा संरक्षित है। मुख्य मार्गों पर विचरण कर निराश्रित गोवंशों को संरक्षित गोवंशों को गौशालाओं मे संरक्षित किये जाने हेतु सम्बन्धित उप जिलाधिकारयों को नयी गोवंश आश्रय स्थलों की स्थापना हेतु भूमि का चिन्हांकन किये जाने के कड़े निर्देश दिये गये। मुख्य विकास अधिकारी ने अवगत कराया कि बैंक खाते में प्रत्येक माह की 05 तारीख तक ऑनलाइन डी०बी०टी० प्रक्रिया के तहत पशुपालन निदेशालय द्वारा सीधे हस्तान्तरित किया जायेगा। इस क्रम में डी०बी०टी० माध्यम से भुगतान हेतु माह जून व जुलाई 2023 की भरण-पोषण धनराशि की डिमांड पशुपालन निदेशालय को प्रेषित किया जा चुका है। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी, जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक, समस्त उपजिलाधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त नामित नोडल अधिकारी गो आश्रय स्थल, समस्त उप मुख्य / पशु चिकित्साधिकारी, समस्त अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका / नगर पंचायत आदि अधिकारी उपस्थित रहे।