जलालाबाद मंडी में न किसान और न धान, सेंटरों पर पसरा सन्नाटा सिर्फ कागजों में बढ़ रही खरीद
— मण्डी में नहीं हो रही आवक, फिर भी सरकारी केंद्रों पर हो रही बंभर खरीद
शाहजहांपुर/जलालाबाद नवीन मंडी स्थल में आरएफसी के चार एवं युपीएसएस के सहित कुल 12 सेंटरों पर चल रही धान खरीद का लक्ष्य बढ़ाने के लिए लगता है केंद्र प्रभारी ने कोई जादू सीख लिया है क्योंकि मंडी में ना तो किसान आ रहा है ना ही धान फिर भी आरएफसी के सभी सेंटरों पर सबसे अधिक लगातार 6 सौ कुंतल प्रतिदिन धान की खरीद हो रही है यही कारण है कि एकाएक धान खरीद के आंकड़ों में जबरदस्त उछाल आ गया है। जो खरीद 10 नवम्बर तक महज लगभग तीन या चार फीसदी थी। वह अब 15 दिनों में अचानक बढ़कर एकाएक लगभग 25 फीसदी हो गई है। यह हाल तब है जब इन 28 दिनों में सात दिन अवकाश के थे तो मंडी में न तो किसान दिखाई दे रहे थे और न ही धान शुरुआती दौर में केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा जबकि आढ़तों पर धान की जमकर खरीद हुई अक्तूबर के बाद से कुछ सेंटरों पर खरीद होती दिखी। अक्तूबर में जब धान बेचा जाता है तब पूरे माह खरीद का आंकड़ा लगभग एक प्रतिशत पार नहीं कर सका। नवंबर के पहले सप्ताह तक खरीद महज लगभग 3 प्रतिशत ही हो सकी मंडी में धान और किसान का हाल देखकर लग रहा था कि इस बार आंकड़ा दस प्रतिशत भी पार नहीं हो सकेगा इसके बाद दीपावली की भी छुट्टियां पड़ गईं इसके बाद केंद्रों पर धान आना बंद हो गया मंडी परिसर में एक अक्टूबर से धान खरीद के लिए विभिन्न एजेंसियों के 13 सरकारी क्रय केंद्र संचालित किए गए। पूरे अक्टूबर और नवंबर के 15 दिन तक धान केंद्रों पर किसानों का अता-पता नहीं चला और नाम मात्र खरीद हुई, लेकिन नवंबर के अंतिम दिनों एकाएक खरीद में करिश्माई तेजी आई। करीब 15 दिन के अंतराल मे हजारों मीट्रिक टन धान सरकारी रिकार्ड में दर्ज हो गई। हैरत की बात यह है कि क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहता और दिनभर सेंटर स्थलों पर व्यापारीओं की मक्का व शकल कंदी की खरीद फरोक्त होने के बावजूद प्रतिदिन हजारों कुंतल धान की फर्जी अंगूठा लगवाकर खरीद की जारी रही।
!!नमी के सीजन में भी आरएफसी सेंटरों पर हो रही बम्पर धान खरीद!!
धान खरीद केंद्रों का नियम है कि अगर धान में 17 प्रतिशत तक नमी है तो ही वे खरीदेंगे। इससे ज्यादा नमी निकलने पर वह धान को सूखा कर लाने को कहते हैं। अक्तूबर में मौसम ठीक रहता है उसके बाद भी खरीद काफी धीमी रही परंतु नवंबर में अब जहां कोहरा पड़ रहा है धूप भी नहीं निकल रही ऐसे में धान में नमी ज्यादा है। लेकिन सरकारी आंकड़ों से साफ है कि अब धान में नमी नहीं है। ऐसे में अधिकारियों की मेहरबानी पर केंद्र प्रभारी का खरीद का यह खेल किसी की समझ में नहीं आ रहा है।
!!सेंटरों पर किसानों से अभद्रतापूर्ण व्यवहार!!
आरएफसी सेंटर के द्वारा केंद्र पर आने वाले किसानों के साथ अभद्रतापूर्वक व्यवहार किया जाता है एवं किसानों को अभद्र भाषा का प्रयोग किया हैं जिस कारण किसान सेंटर पर धन लेकर नहीं आता है वही शाम को 4 बजे के बाद केंद्रों पर फर्जी अंगूठे लगाकर धान की खरीद की जा रही है
पूरी पारदर्शिता के साथ धान खरीद की जा रही है। गड़बड़ी करने वाले केंद्र प्रभारियों पर कार्रवाई की जाएगी
उत्सव आनंद एसडीएम जलालाबाद