स्टेट क्राइम ब्यूरो चीफ जगदीश तिवारी
रायबरेली 11 सितंबर। उत्तर प्रदेश मिलेट पुनरोद्धार कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2023-24 के लिए जनपद स्तरीय समिति की बैठक जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बचत भवन में हुई।बैठक में मिलेटस( श्री अन्न) के उपभोग के प्रति लोगों को जागरूक करने के संबंध में चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि किसानों को गेहूं और चावल के अतिरिक्त मोटे अनाजों के उत्पादन पर भी जोर देने के लिए जागरूक किया जाए, क्योंकि मोटे अनाजों में पोषक तत्व अधिक होते हैं। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने कहा कि मोटे अनाजों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटे अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए स्कूलों में मिड डे मील में भी मोटे अनाजों को शामिल किया जाए। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि विद्यालयों में बच्चों को दिए जा रहे भोजन में मोटे अनाजों को शामिल किया जाए। साथ ही बच्चों को भी श्री अन्न के गुणो के बारे में बताया जाए। जिलाधिकारी ने भूमि संरक्षण अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि लोगों को मोटे अनाजों के लिए उपयुक्त मिट्टी के बारे में जागरूक किया जाए जिसमे मोटे अनाजों की उत्पादकता अधिक होती हो।जिलाधिकारी ने कहा कि इसके अतिरिक्त विभिन्न व्यापारिक संगठनों और फार्मर संगठनों को मोटे अनाजों के उत्पादन पर जोर देने के लिए कहा जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि मोटे अनाज के उत्पादन में सिंचाई की कम आवश्यकता पड़ती है जिससे जल संरक्षण को बढ़ावा मिलता है। भारत विश्व में सबसे अधिक मोटे अनाजों का उत्पादक है। इसके उत्पादन से विश्व व्यापार में भारत की हिस्सेदारी बढ़ेगी। साथ ही एफपीओ संगठनों को भी श्री अन्न के उत्पादन के लिए बढ़ावा दिया जाए ।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव, नगर मजिस्ट्रेट प्रकाश चंद के अतिरिक्त जिला विद्यालय निरीक्षक, डीडीएम नाबार्ड, जिला कृषि अधिकारी ,बेसिक शिक्षा अधिकारी के अतिरिक्त सभी संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।