छुट्टा जानवर से किसान परेशान, वही रोड पर जानवरो के आ जाने से लोगों की जा रही है जान
स्टेट क्राइम ब्यूरो चीफ जगदीश तिवारी की रिपोर्ट
हर आदमी जानवरों से परेशान अपनी जमा पूंजी बचाने के लिए परेशान किसान रात भर खेतों पर डेरा डालने के बाद भी किसानों की फसल को चट कर रहे जानवर।
ऊंचाहार, रायबरेली, जहां छुट्टा जानवर से किसान परेशान हैं, किसान दिन रात एक कर के अपनी खेती को बचाने के लिए खेत मे ही बनाया मचान। मजबूर किसान सर्दी गर्मी बारिश खेत में पड़ा रहता है,जहा अपनी जान की परवाह किये बिना, रात भर जाग कर अपनी फसल की रखवाली कर रहा है।मुशी प्रेमचंद की कहानी का हलकू का दर्द आज भी खेतो पर बने मचान पर देखने को मिल जायेगा।रात मे जंगली जानवरों के खतरे के बावजूद वह अपनी आजीविका के लिए रात दिन एक करता है। कई बार तो किसानो को जान जोखिम मे डाल कर जानवरो को खेत से बाहर करना पड़ता है। लेकिन शासन द्वारा किसानो के दर्द को नहीं देखा जा रहा है।
वही शासन द्वारा छुट्टा जानवरों के लिए बनवाई गई गौशाला से भी लाभ नहीं मिल रहा है।जगह जगह घूमते नजर आ रही है जानवरो की टोली जिम्मेदारो की लापरवाही से लाखो रुपए से बनी गौशाला लाखों का बजट हो हो रहा बेकार, तहसील क्षेत्र के धूता सुदामापुर, कजियाना, जमुनापुर, गोकना, खरौली ,कैथवल्, अरखा, बाबूगंज, मे
दिन प्रतिदिन बढ़ रही है छुट्टा जानवरों की संख्या जिससे किसान बहुत हो रहा है परेशान। सलीमपुर भैरव निवासी किसान हंसराज, रामअधार, श्याम बाबू ,गेंदालाल ने बताया कि अन्य गांवों से भी रात को जानवरो को वाहन में भरकर यहां आकर छोड़ जाते हैं, जिससे हम लोगों को फसलों का बचाना बहुत ही मुश्किल का काम हो गया। जबकि किसान दिन रात खेत में ही बिताता है, रात को अगर थोड़ी सी आंख लग जाए तो सुबह उठते ही फसल का नुकसान जरूर होता जाता है, कई बार तो रात को मारने वाले जानवर दौड़ा भी लेते हैं ,किसी तरह से उन्हें खेत के बाहर किया जाता है। खंड विकास अधिकारी हरीश चंद्र गुप्ता ने बताया कि सट्टा जानवरों की समस्या से किसान को निजात दिलाया जाएगा ,गांव में सड़क पर घूम रहे जानवरों को पकड़ा कर गौशालाओं में बंद करवाया जाएगा।