केन जल महाआरती में भक्तो ने मांगा आशिर्वाद, केन जल संरक्षण हेतु हुए संकल्पित
पूर्व की भांति कई वर्षो से केन जल आरती की परंपरा अनवरत जारी है, वहीं केन जल आरती की जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी मितेश कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से अवगत कराया कि पूर्व की भांति लगातार केन जल आरती का कार्यक्रम विश्व हिंदू महासंघ गौ रक्षा समिति के तत्वाधान में प्रत्येक मंगलवार को आयोजित किया जाता है जोकि इस बार भी सकुशल आरती कार्यक्रम बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ भक्तो ने संपन्न किया। मीडिया प्रभारी मितेश कुमार ने आगे अवगत कराया कि केन जल आरती में दूर – दूर से लोग आकर जुड़ने का कार्य कर रहे हैं तथा केन जल की महत्ता और उसकी आवश्यकताओं को समझ रहे हैं, हालांकि काफी सारे लोग अभी भी इस जगह से अपरिचित हैं और उन्हें केन जल की महत्ता का भान नहीं है लेकिन समिति इसके लिए धीरे – धीरे प्रयासरत है जिससे लोग ज्यादा से ज्यादा इस पावन स्थल को जाने और इसकी महत्ता को समझें। कार्यक्रम में उपस्थित समिति के जिलाध्यक्ष महेश कुमार प्रजापति ने अपने संबोधन में कहा कि जो लोग केन जल आरती में जुड़ रहे हैं उनको केन मां का आशीष प्राप्त हो रहा है तथा वो सभी केन जल के प्रति जागरूक भी हो रहे हैं। जिलाध्यक्ष ने कहा कि समिति लगातार केन नदी और उसकी जलधारा की सुरक्षा और संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है तथा लगातार हमारे द्वारा सभी को केन नदी के अस्तित्व को समझने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने सभी जनपदवासियों का आवाहन किया और कहा कि हम सभी को एक होकर केन नदी को संरक्षित रखना है तथा इसके लिए हर संभव कोशिश करना है इसलिए सभी लोग आगे बढ़कर समिति का सहयोग करें और अपने आने वाले भविष्य को जल के अकाल से सुरक्षित करें क्युकी अगर केन नदी की जलधारा टूटती है इससे समस्त जनपदवासियों को भविष्य में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है इसलिए सभी लोग मिलकर आगे आए और केन जल को संरक्षित तथा सुरक्षित करने के लिए संकल्पित हों। इस दौरान कार्यक्रम में सभासद विनय प्रजापति जिला सह प्रभारी आलोक कुमार निगम संजय लास्करी जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार मिश्रा जिला उपाध्यक्ष आलोक प्रजापति जिला उपाध्यक्ष महेश कुमार धुरिया सम्राट सिंह बमदेवेश्वर पुजारी पुत्तन तिवारी नगर अध्यक्ष कुलदीप नामदेव नगर उपाध्यक्ष सागर गोयल नगर उपाध्यक्ष संदीप सेन सहित तमाम पदाधिकारी एवं श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।