गौवंशों का हक छीन रहे गौशाला संचालक, परोस रहे हैं सूखा भूसा और पराली
अभी हाल ही में जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा एस के वैश्य द्वारा जनपद के सभी खंड विकास अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी, सहायक ग्राम विकास अधिकारी पंचायत, समस्त ग्राम पंचायत अधिकारी, व ग्राम प्रधानों को सामूहिक रूप से निर्देशित किया गया है कि गौवंश आश्रय स्थल में गौवंशों को भूसा और पराली के साथ-साथ हरा चारा, गुड ,चूनी, चोकर, कपिला पशु आहार, आदि (कंसंटेट राशन) मानक के अनुसार प्रति गौवंश प्रतिदिन देना सुनिश्चित किया जाय परंतु गौशाला संचालक गौवंशों को सूखा भूसा और पराली ही परोस रहे हैं। गौ आश्रय स्थल इंगुवा विकास खंड कमासिन में संरक्षित गौवंशों को खाने के लिए सूखा भूसा परोसा जा रहा है जबकि जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल का सख्त निर्देश है कि किसी भी गौआश्रय स्थल में गोवंशों को सूखा भूसा व पराली खाने के लिए ना दिया जाए। यदि ऐसा किया गया तो भरण पोषण की 50% धनराशि काट ली जाएगी। तब भी विकास खण्ड कमासिन की ग्राम पंचायत इंगुवा में संचालित गौ आश्रय स्थल में गौवंशों को सिर्फ सूखा भूसा ही दिया जा रहा है। विश्व हिंदू महासंघ गौ रक्षा समिति के जिला मंत्री अरूण मिश्रा ने बताया की गौ रक्षा समिति के पदाधिकारियों द्वारा गौआश्रय स्थलों की स्थिति सुधारने के लिए लगातार पूरे जनपद में निरीक्षण कार्य किया जा रहा है। जहां भी कमी मिलती है उसको जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया जाता है। इसी क्रम में विकासखंड कमासिन की ग्राम पंचायत इंगुवा की अस्थाई गौशाला का निरीक्षण ब्लॉक अध्यक्ष कमासिन शत्रुघ्न सिंह व अरुण मिश्रा की टीम के द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि गौवंशों को सिर्फ सूखा भूसा दिया जा रहा है। पानी की टंकी में कीड़े पड़े हुए है ,पानी गंदा है पीने योग्य नही है। छाया की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है साथ ही गौशाला में कंसंट्रेट सामग्री के नाम पर सिर्फ 2 किलोग्राम गुड 40 किलोग्राम कना, 2 किलोग्राम खरी ,तथा 20 किलोग्राम हरा चारा रखा हुआ मिला। किंतु चरही में सूखा भूसा ही गौवंशो को परोसा गया है । गौ रक्षा समिति के पदाधिकारियो ने गौशाला संचालक को सख्त हिदायत देते हुए कहा की शासन के द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार गौ वंशों को चार से पांच किलोग्राम भूसा 6 से 7 किलोग्राम हरा चारा तथा 1.25 किलोग्राम कंसंटेट राशन देने की व्यवस्था करें। ग्राम प्रधान राजू वर्मा ने बताया कि मेरी गौशाला मे चार सौ पचास गौवंश थे दस बीस कम हो गए होंगे। जबकि खंडविकास अधिकारी द्वारा भरण पोषण राशि की डिमांड की संख्या और मौके पर वास्तविक संख्या तीन सौ और साढ़े तीन सौ के मध्य होने के कारण गौशाला संचालक से जवाब मांगा गया था।गौवंश आश्रय स्थल में पीने के पानी में कीड़े होने, साफ सफाई न होने, गौवंशों को निर्धारित मानक के अनुसार हरा चारा और कंसंटेट राशन नही दिए जाने के बारे में खंड विकास अधिकारी ओमप्रकाश द्विवेदी ने बताया कि गोवंश आश्रय स्थल में व्यवस्था सुधार करने की कार्रवाई की जाएगी व्यवस्था में सुधार न होने पर भुगतान रोकने की कार्रवाई की जाएगी। ग्राम प्रधान द्वारा बताई गई गौवंशों की संख्या के सत्यापन के बारे में पूछने पर खंड विकास अधिकारी उचित उत्तर नहीं दे पाए और शिकायत पर निरीक्षण करने को कहा। और बताया कि इंगुवा गौशाला कृषकों की किराए की भूमि पर संचालित है ग्राम पंचायत की भूमि पर संचालित कर व्यवस्था सुधारने का प्रयास किया जाएगा।मेरे द्वारा आज पाली की गौ वंश आश्रय स्थल का निरीक्षण किया गया जिसमें साफ सफाई ठीक रखने, गर्मी से गौवंशो के बचाव के लिए व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। क्योंकि माह अप्रैल के बाद भी गौशालाओं का संचालन होगा।