डीएम के द्वारा गौशालाओं का निरीक्षण व व्यवस्थाओं
के निर्देशों के मद्देनजर सीवीओ तथा अन्य ने निरीक्षण कर किया निर्देशित
बांदा जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के द्वारा शनिवार को गौशालाओं का निरीक्षण एवं व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखने के निर्देशों के अनुपालन में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ० शिव कुमार बैस एवं खण्ड विकास अधिकारी कमासिन ओम प्रकाश द्विवेदी तथा डॉ० कमलेश कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी कमासिन द्वारा अस्थायी गौ आश्रय स्थल इंगुवा कमासिन का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान गौ आश्रय स्थल में 374 गौवंश संरक्षित पाये गये तथा गौशाला में गौवंशों को खाने के लिए लगभग 200 कुन्तल गेंहूं/चना/मसूर का भूसा उपलब्ध मिला। साथ ही पेयजल के लिए समरसेबिल संचालित पाया गया। निरीक्षण के दौरान गौवंशों को छाया में रखने के लिए छः अस्थायी बांस के टट्टर, घास के निर्मित सेड पाये गये एवं गौ आश्रय स्थल के अन्दर छाया हेतु वृक्ष भी लगे पाये गये। गौवंशों को छाया में रखने के लिए निर्देश दिये गये हैं तथा गौ आश्रय स्थल पर गौवंशों को खिलाने हेतु हरे चारे के रूप में बरसीम को भी काटकर भूसे में मिलाकर गौवंशों को दिया जा रहा है। निरीक्षण के समय उपस्थित ग्राम प्रधान को गर्मी से बचाव के लिए अतिरिक्त तिरपाल गलाने के भी निर्देश मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने दिये हैं। गौशाला में केयर टेकर उपस्थित पाये गये जिनको निर्देशित किया गया कि गौवंशों को और बेहतर रूप से गर्मी के मौसम को देखते हुए रखा जाए। पशु चिकित्सा अधिकारी गिरखां ने शनिवार को विकास खण्ड महुआ के अस्थायी गौ आश्रय स्थल नौहाई का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 137 गौवंश संरक्षित पाये गये तथा एक गौवंश बीमार मिला, जिसका इलाज किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान गौ आश्रय स्थल पर सेड एवं पानी के लिए चरही की व्यवस्था पायी गयी तथा प्रधान सहित चार केयर टेकर उपस्थित पाये गये। गौवंशों को भूसा/पुआल की कटिया व चोकर खिलाया जा रहा है तथा मौके पर दो बोरी चोकर गुड व नमक पाया गया। निरीक्षण के दौरान केयर टेकरों को गौवंशों की समुचित देखभाल रखने एवं गर्मी से बचाव के लिए छाया व टीनसेड में रखने के निर्देश के साथ साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये गये।