महान संत समाज सुधारक ज्योतिबा फुले के जन्मदिवस पर किया गया याद, उनके विचारों पर चलने का लोगों ने लिया संकल्प
बांदा जनपद में गुरुवार 11 अप्रैल को आल अधिकारी कर्मचारी शिक्षक विकास परिषद जनपद इकाई बांदा कैंप कार्यालय तिंदवारी बाईपास बांदा में महान संत समाज सुधारक ज्योतिबा फुले महाराज के जन्मदिवस के अवसर पर गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्टी की अध्यक्षता सुरेश कुमार राजा ने किया। संचालक सत्य स्वरूप ने किया। एम०एल० वर्मा प्रशासनिक अधिकारी न्याय विभाग ने सबको संबोधित करते हुए कहा कि हम लोग जयंतियां तो मना रहे हैं लेकिन वास्तविक शिक्षा के मुख्य धारा के लिए कोई विचार चिंतन नहीं कर रहे हैं, इसलिए विद्यालय के निर्माण के लिए लोकतांत्रिक अनुपातिक भागीदारी के आधार पर सभी को जोड़ने की अपील की और 14 अप्रैल से विद्यालय को लगातार निर्माण हेतु सहमत देने हेतु प्रेरित किया गया। आल अधिकारी कर्मचारी शिक्षक विकास परिषद के प्रांतीय संयोजक डी० के० वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि ज्योतिबा फुले का जन्म 11 अप्रैल 1827 को हुआ था, उन्होंने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले को शिक्षित किया था और पुणे महाराष्ट्र में 1948 में उनके द्वारा विद्यालय संचालित किए गए थे, आज वह समाज की बहुत सारे लोग पढ़े लिखे कर्मचारी अधिकारी बन गए हैं किंतु पेबैक टू द सोसाइटी के अंतर्गत विचार मंथन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि साथियों इसकी जरूरत है, उस समय जब आर्थिक तंगी के बावजूद भी इन महापुरुषों ने अपने संसाधनों से विद्यालय खोल सकते हैं तो आज तो बहुत सारे अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक, प्रोफेसर, इंजीनियर, रेलवे अधिकारी, बैंक कर्मचारी, डॉक्टर हैं। अपना कुछ अंशदान करके गरीब बच्चों के लिए निशुल्क इंग्लिश मीडियम विद्यालय खोलने के लिए सबको प्रेरित होना चाहिए। सभी लोग महापुरुषों की जायंतयों में ढेर सारा पैसा खर्च कर देते हैं किंतु सार्थक प्रयास विद्यालय संचालन हेतु नहीं किया जा सकते हैं। साथियों व्यक्तिगत विद्यालय बनाने की आवश्यकता नहीं है सामूहिक रूप से गरीबों के लिए विद्यालय खोले जाने की आवश्यकता है वह भी इंग्लिश मीडियम। कुछ साथियों ने इसका प्रयास किया है जो कुर्सेज चौकी के सामने विद्यालय की जमीन खरीद कर निर्माण कार्य हेतु सबको प्रेरित किया जा रहा है जिससे गरीब कमजोर आर्थिक रूप से परेशान लोगों को शिक्षा से मुक्ति मिल सके। गोष्ठी में उपस्थित एमएल वर्मा, सत्य स्वरूप, प्रवक्ता डीके वर्मा, रामकरन वर्मा, सुरेश कुमार राजा, संजीव मोहन, कैलाश कुमार, मनोज कुमार वर्मा, बुधराज, बाबूलाल, हुकुम सिंह, नाथूराम, मुकेश कुमार, अनिल कुमार, सुरेश कुमार एडवोकेट, दिनेश कुमार एडवोकेट, सुनील कुमार वर्मा एडवोकेट, आदि लोगों ने अपने विचार व्यक्त किया और लोगों से अपील की।