जेई, लाइनमैन सहित विभागीय उपेक्षा से आजिज उपभोक्ताओं ने विक्रमजोत उपकेंद्र का किया घेराव
—रोस्टर के विरुद्ध अघोषित अनियमित बिजली कटौती।
—ओवर लोडिंग व विद्युत चोरी पर नहीं है लगाम। विक्रमजोत। लगभग पिछले 6 महीने से रोस्टर के विरुद्ध व अघोषित अनियमित बिजली कटौती से आजिज तथा जेई व लाइनमैन की घोर उपेक्षा से परेशान उपभोक्ताओं ने विक्रमजोत उपकेंद्र का घण्टों घेराव किया। जानकारी के अनुसार बस्ती जनपद के विक्रमजोत ब्लॉक अंतर्गत विक्रमजोत उपकेंद्र से मलौली फीडर सहित गोरसरा शुक्ल, रमहटिया, शंकरपुर आदि गांवों में विगत लगभग 6 माह से रोस्टर के विरुद्ध अघोषित अनियमित बिजली कटौती से आम उपभोक्ता बुरी तरह प्रभावित है ऊपर से स्थानीय जेई व लाइनमैन के घोर उपेक्षापूर्ण व्यवहार से आजिज आ चुका है। हालात इतने बदतर हैं कि अनेकों बार हर दस- पांच मिनट पर बिजली कटती है लेकिन पावर हाउस में व बिजली विभाग के कुछ विशेष चहेते इलाकों में यही विभाग अबाध बिजली सप्लाई करता है। अधिकारियों व विभाग की मनमानी से आजिज आम उसभोक्ताओं ने फूलडीह पावर हाउस का घण्टों घेराव किया जिस पर विभागीय अधिकारियों द्वारा समस्या के समाधान का आश्वासन दिया गया है। फिलहाल खबर लिखे जाने तक कोई स्थाई समाधान नहीं निकल सका था तथा फोन पर एसडीओ ने गोल मटोल जवाब देते दिखे जबकि हमेशा की तरह आज भी जेई ने फोन रिसीव नहीं किया। क्षेत्रीय लोगों का यह भी कहना है कि जेई, लाइनमैन की निरंकुश कार्य प्रणाली, पुराने जर्जर तार, नियम विरुद्ध लकड़ी के डंडे के सहारे अनधिक्रित दूरी तक बिजली सप्लाई, बिजली चोरी, ओवर लोडिंग की समस्या भी वर्षों से सामने है परंतु उसकी लिखित शिकायत के बावजूद विभाग से कोई कार्यवाही नही होती जिससे आम उपभोक्ता बुरी तरह प्रभावित है। बता दें कि इस क्षेत्र के उपभोक्ताओं द्वारा पूर्व में भी गलत तरीके से अधिक बिल बनाकर उसमें सुधार के नाम पर खेल, लाइनमैन की वसूली आदि के विरुद्ध लिखित शिकायतें हुई हैं परंतु विभाग द्वारा कोई स्थाई निराकरण नही किया गया। फिलहाल दिलचस्प यह होगा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली वर्तमान सरकार का ऊर्जा विभाग आम उपभोक्ताओं की उपरोक्त गम्भीर समस्या का कैसे निराकरण करता है?