इंडिया शान न्यूज़ विजय साहनी
एंकर- वाराणसी से यूपी बोर्ड की परीक्षा का मूल्यांकन करने गए शिक्षक की मुजफ्फरनगर में गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले को लेकर शिक्षकों में रोष है। जीआईसी और आरएसएम कालेज में मूल्यांकन का कार्य कर रहे शिक्षकों ने हत्या की घटना का विरोध जताते हुए कॉपी की मूल्यांकन न करने की बात कही और विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है। साथ ही परिवार को नौकरी और मुआवजा देने की बात कही
वी1ओ-1- हमारे संगठन की मांग है कि हमारे शिक्षक साथी की जो निर्मम और जघन्य हत्या की गई है दोषी को कठोरता सजा दी जाए और परिवार को 10 करोड़ का मुआवजा दिया जाए। इस घटना से बोर्ड परीक्षा रिजल्ट लेट नहीं होगा हम लोग मिलकर मूल्यांकन सही समय से कर लेंगे। लेकिन हम चाहते हैं हमारी आवाज शासन और सरकार तक पहुंचे। तो हमारे पास लोकतंत्र में मीडिया के माध्यम से यही एक मार्ग है जिसे अपनी बात कह सके। उन्होंने मीडिया के माध्यम से अपील है कि हमारे संगठन की जो मांग है वो पूरी।
बाइट- शिक्षक
वीओ-2- ज्ञान प्रसाद सिंह संरक्षण भारतीय शिक्षक संघ ने शिक्षक की हत्या के विरोध करते हुए बताया कि एक हमारे राजकीय शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की पुलिसकर्मी द्वारा मूल्यांकन कार्य में कॉपी ले जाने के दौरान बेरहमी से हत्या कर दी गई। जिसके कारण हम सभी शिक्षक आक्रोशित हो करके मूल्यांकन कर का बहिष्कार किए हैं। उस पुलिसकर्मी को उसकी सख्त से सख्त सजा या फांसी की सजा देने तक हमारा बहिष्कार जारी रहेगा और उसके जो परिवार है उनको एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए और साथ ही साथ उसकी परिवार को एक तत्काल नौकरी दी जाए। सोनभद्र में दो मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं जिसमे आरएसएम व जीआईसी रॉबर्ट्सगंज के दोनों मूल्यांकन केंद्र पर सभी शिक्षकों ने सर्वसम्मति से मूल्यांकन का बहिष्कार किया है जब तक शासन उचित निर्णय नहीं लेती है तब तक यह बहिष्कार जारी रहेगा।
बाइट- ज्ञान प्रसाद सिंह, संरक्षण, भारतीय शिक्षक संघ