भ्रष्टाचार में संलिप्त पुलिस व बैंक अधिकारियों के विरूद्ध उच्च स्तरीय जांच व दंडात्मक कार्यवाही से ही त्वरित न्याय — राजेश कुमार पाण्डेय एडवोकेट।
— एफआईआर में देरी पर जुर्माना की व्यव्स्था।
नैनी, प्रयागराज। हाई कोर्ट इलाहाबाद के समाजसेवी अधिवक्ता राजेश कुमार पाण्डेय ने मांग किया है कि भ्रष्टाचार में संलिप्त पुलिस तथा बैंक अधिकारियों के विरुद्ध उच्च स्तरीय जांच और दंडात्मक कार्रवाई से ही न्याय व्यवस्था में तेजी आएगी।
उपरोक्त के संदर्भ में राजेश कुमार पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा धोखाधड़ी करके उनके बैंक अकाउंट से 7 मार्च 2024 को कुल 8 ट्रांजैक्शन में रुपए 49833.98 निकाल लिए जाने की तुरंत शिकायत बैंक व पुलिस तथा साइबर क्राइम के अधिकारियों से किए जाने के बावजूद सभी लोग हीला हवाली करते रहे और समय से कार्यवाही नहीं की जिससे उपभोक्ता अधिवक्ता राजेश कुमार पाण्डेय को अपूर्णनीय क्षति हुई है। उन्होने कहा कि जब विधि व्यवस्था के तहत शिकायतकर्ता द्वारा किए गए शिकायत की तुरंत एफआईआर दर्ज करके निःशुल्क कॉपी दिए जाने की व्यवस्था है तो आखिर नैनी पुलिस, साइबर क्राइम पुलिस तथा बैंक ने तत्काल कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा 24 घंटा भी जाने के काफी देर बाद एफआईआर दर्ज की गई जिससे उन्हें अपूर्णनीय क्षति हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि कहा कि घटना के 3 दिन बीतने पर भी उनके मोबाइल पर अभी भी साइबर अपराधियों के द्वारा लगातार मैसेज और कॉल किया जा रहा है। पीड़ित उपभोक्ता ने बताया कि तुरंत कार्रवाई न करना साबित करता है कि बैंक तथा पुलिस यह दोनों विभाग भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं या साइबर अपराधियों से मिले हुए हैं। इसलिए उन्होंने मामले में संबंधित बैंक ऑफ़ बड़ौदा शाखा नैनी के बैंक अधिकारियों, प्रभारी निरीक्षक थाना नैनी, डीसीपी यमुनानगर, पुलिस कमिश्नर प्रयागराज और प्रभारी साइबर क्राइम ब्रांच के विरुद्ध उच्च स्तरीय जांच कार्रवाई करते हुए कठोरतम दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है ताकि न्याय व्यवस्था में सुधार हो और तुरंत न्याय का परिणाम आम जनमानस को प्राप्त हो।
बता दें कि उपरोक्त मामला बैंक ऑफ़ बरोदा नैनी के खाताधारक राजेश कुमार पाण्डेय एडवोकेट के खाता से साइबर अपराधियों द्वारा धोखाधड़ी करके अवैध तरीके से धन की निकासी तथा बैंक आफ बड़ौदा नैनी, थाना नैनी, जनपद प्रयागराज पुलिस विभाग से संबंधित है।