अधिकारियों ने किया बाल संम्प्रेक्षण गृह का निरीक्षण, व्यवस्थाएं देख हुए नाखुश
उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ एवं जिला जज / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बांदा डा० बब्बू सारंग के निर्देशन में शनिवार 18 मई
को प्रातः 09:00 बजे कसहाई रोड कर्वी, जिला चित्रकूट स्थित बाल संम्प्रेक्षण गृह का निरीक्षण
श्रीपाल सिंह, अपर जिला जज / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बांदा एवं वरुणा बशिष्ठ, प्रधान मजिस्ट्रेट/ सिविल जज सी०डि० (त्वरित न्यायालय) किशोर न्याय बोर्ड-बांदा द्वारा किया गया।
निरीक्षण के समय बाल संम्प्रेक्षण गृह में कुल 41 बाल अपचारी पाये गये। जिसमें भवन के प्रथम तल पर 09 बच्चे व द्वितीय तल पर 32 बच्चे रह रहे हैं। जनपद बांदा के कुल 17 बाल अपचारी रह रहे हैं। सुश्री वरुणा बशिष्ठ, प्रधान मजिस्ट्रेट, किशोर न्याय बोर्ड-बांदा द्वारा बाल संम्प्रेक्षण गृह में उपस्थित संस्था प्रभारी / वरि० लिपिक वीर सिंह को भीषण गर्मी को देखते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी से पत्राचार कर एयर कंडीशन लगवाये जाने हेतु निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान बाल संम्प्रेक्षण गृह में सन्तोषजनक साफ सफाई नही पायी गयी जिस पर प्रधान मजिस्ट्रेट द्वारा खेद व्यक्त किया गया तथा इसके अतिरिक्त श्रीपाल सिंह, अपर जिला जज / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बांदा द्वारा पाया गया कि रसोई घर में पर्याप्त मात्रा में साफ सफाई नही हैं। जिस पर संस्था प्रभारी को नियमित रुप से साफ- सफाई बनाये रखने के निर्देश दिये। बाल अपचारियों के मनोरंजन हेतु संगीत उपकरण व कैरम के अतिरिक्त अन्य कोई खेल सामग्री उपलब्ध नही हैं। बच्चों के कौशल प्रशिक्षण हेतु कप्यूटर भी उपलब्ध नही हैं। बच्चों से जानकारी करने पर बताया गया कि उन्हे नाश्ते में प्रातः चाय, नमकीन व हलुवा दिया गया था। बाल सम्प्रेक्षण गृह में मण्डल के जिलों के अतिरिक्त प्रतापगढ़, प्रयागराज व मेरठ जनपद के बच्चें भी रह रहें हैं। बच्चों के स्वास्थ्य चिकित्सा हेतु डा० नरेन्द्र देव पटेल नियुक्त है जो निर्धारित दिवसों में आकर अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं। बाल अपचारियों की शिक्षा हेतु अभिषेक त्रिपाठी, मानवेन्द्र प्रताप सिंह, राजीव कुमार सिंह व प्रीति सिंह अध्यापक नियुक्त हैं।