जनपद बाँदा में आगामी 2 से 3 दिनों के दौरान उष्ण लहर से तीव्र उष्ण लहर चलने की संभावना
जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, बाँदा द्वारा हीट वेव/लू से बचाव के लिए “क्या करें, क्या न करें” के संबंध में जनहित में एडवाइजरी की गयी जारी
सुनहरा संसार ब्यूरो बांदा
इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट, लखनऊ द्वारा जनपद में आगामी 2 से 3 दिनों के दौरान कुछ स्थानों पर उष्णलहर से तीव्र उष्ण लहर चलने की संभावना व्यक्त की गई है एवं इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्मेंट लखनऊ द्वारा हीट वेव येलो (पिला) अलर्ट भी जारी किया गया है, जिसके क्रम में जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के निर्देशों के क्रम में एवं अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण बाँदा द्वारा हीट वेव/लू से बचाव के लिए “क्या करें, क्या न करें” के संबंध में जनहित में एडवाइजरी जारी की गई है। जिला आपदा विशेषज्ञ प्रभाकर सिंह ने हीट वेव/लू में “क्या करें क्या न करें” के संबंध में विस्तार बताया कि हीट वेव/लू के दौरान क्या करें-
- प्रचार माध्यमों पर हीट वेव/लू की चेतावनी पर ध्यान दें।
- अधिक से अधिक पानी पीयें, यदि प्यास न लगी हो तब भी।
- हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले सूती वस्त्र पहने।
- घर से बाहर निकलते समय घूप के चश्मे, छाता, टोपी व चप्पल का प्रयोग करें।
5.अगर आप खुले में कार्य करते हैं तो सिर, चेहरा, हाथ, पैरों को गीले कपडे से ढककर रखें तथा छाते का प्रयोग करें। - लू से प्रभावित व्यक्ति को छाया में लिटाकर सूती गीले कपडे से पोंछे अथवा नहलायें तथा चिकित्सक से सम्पर्क करें-
- यात्रा करते समय पीने का पानी साथ रखें।
- ओ0आर0एस0, घर में बने पेय पदार्थ जैसे-लस्सी, चावल का पानी, नीबूं पानी, छाछ आदि का उपयोग करें, जिससे शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके।
- हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट कैम्प के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सरदर्द, उबकाई, पसीना आना, बेहोशी आदि को पहचानना।
- यदि बेहोशी या बीमारी अनुभव करते है तो तुरन्त चिकित्सकीय सलाह लें।
- अपने घर को ठण्डा रखें। पर्दे, दरवाजे आदि का प्रयोग करें तथा रात व शाम के समय कमरों व घर को ठण्डा करने के लिये इन्हें खोल दें।
- पंखे, गीले कपडे का प्रयोग करें तथा बार-बार स्नान करें।
- कार्यस्थल पर ठंडे पीने का पानी रखें/उपलब्ध करायें।
- कर्मियों को सीघे सूर्य की रोशनी से बचने हेतु सावधान करें।
- श्रमसाध्य कार्यो को ठंडे समय में करने/कराने का प्रयास करें।
- घर से बाहर होने की स्थिति में आराम करने की समयावधि तथा आवृत्ति को बढायें।
- गर्भवती महिला कर्मियों तथा रोग्रगस्त कर्मियों पर अतिरिक्त ध्यान देना चाहिये।
जिला आपदा विशेषज्ञ प्रभाकर सिंह ने बताया कि हीट वेव/लू में क्या न करेंः-
1- जानवरों एवं बच्चों को कभी भी बंद/खडी गाडियों में अकेला न छोडें।
2- दोपहर 12 से 04 बजे के मध्य सूर्य की रोशनी में जाने से बचें।सूर्य के ताप से बचने के लिये जहां तक सम्भव हो, घर के निचली मंजिल पर रहें।
3- गहरे रंग के भारी तथा तंग कपडे न पहनें।
4- जब बाहर का तापमान अधिक हो, तब श्रमसाध्य कार्य न करें।
5- अधिक प्रोटीन तथा बासी एवं संक्रमित खाद्य व पेय पदार्थ का सेवन न करें। जिसमें की जागरूकता सहयोग जिला आपदा बाबू मुलायम यादव व मिथलेश कुमारी के द्वारा भी किया जा रहा है।