
बलरामपुर में किसानों पर कुदरत का कहर बरपा है, जहां तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश ने गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया है। इस अप्रत्याशित बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, जिनके सपने चकनाचूर हो गए हैं। यह पहली बार है जब अप्रैल महीने में इस तरह की बारिश हुई है, जिससे किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है¹।
किसानों का नुकसान
- गेहूं की फसल 30-40% तक बर्बाद हुई है।
- दलहनी फसलें जैसे चना, मसूर, मटर और सरसों भी प्रभावित हुई हैं।
- तेज हवाओं से खेतों में तैयार फसलें जमींदोज हो गई हैं।
सरकारी मदद
उत्तर प्रदेश सरकार ने 50% से अधिक फसल नष्ट होने पर लघु एवं सीमांत किसानों को असिंचित क्षेत्र में 4500 रुपये प्रति हेक्टेयर और सिंचित क्षेत्र में 9000 रुपये प्रति हेक्टेयर की धनराशि क्षतिपूर्ति के तौर पर देने का ऐलान किया है।
आने वाले समय में संभावनाएं
इस बेमौसम बारिश के कारण महंगाई बढ़ने की संभावना है, क्योंकि फसलों की पैदावार और गुणवत्ता प्रभावित हुई है। सरकार को किसानों की मदद के लिए आगे आना होगा और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करनी होगी।