अधांव गांव में एनडीआरएफ की टीम ने आपदा से निपटने हेतु सुझाव प्रस्तुत किया
बांदा जनपद में सोमवार 17 जून को अधांव गांव में एनडीआरएफ की टीम ने आपदा से निपटने हेतु सुझाव प्रस्तुत किया गया। मंगल भूमि फाउंडेशन द्वारा आयोजित पप्रकृति की पाठशाला में अधांव गांव में प्राकृतिक एवं मानवीय आपदाओं से निपटने के लिए जानकारी एनडीआरएफ टीम कमांडर अजय सिंह ने दिया। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र हमेशा आकाल और दुष्काल के लिए जाना जाता है। यहां का तापमान अधिकतर अधिकतम रहता है। इस वर्ष ही देख लीजिए किस प्रकार से हीट वेब चल रही है यह हीट वेब भी आपदा है इससे निपटने के लिए हम लोगों को स्थाई और अस्थाई कार्य करने होंगे। स्थाई यह की अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर पृथ्वी के तापमान को नियंत्रित किया जा सकता है। अस्थाई यह की गर्मी में प्रचंड धूप पर हम लोग बाहर न निकले। उन्होंने गांव के तालाबों में छोटे-छोटे बच्चों के डूबने से बचने के तकनीकी/तरीके बताए। बरसात के मौसम में यहां सर्प दंश बहुत होता है। अस्पताल जाने से पहले हमको प्राथमिक स्तर पर क्या उपचार करना चाहिए उन्होंने बताया। ऐसे तमाम प्रकार कि आपदाओं से निपटने के बारे में बताया। गांव वासियों को आपदा से संबंधित योजनाओं के बारे में भी अवगत कराया। मंगल भूमि फाउंडेशन से मयंक ने कहा कि यह एनडीआरएफ की टीम जिला प्रशासन के माध्यम से गांव-गांव प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के बारे में बता रही है बहुत ही सराहनीय है इसे डोर टू डोर चलाने की आवश्यकता है। हमारी मातृशक्ति (महिलाएं) घर पर भोजन गैस में बनाती है लेकिन कभी-कभी उस पर आग लग जाती है और उससे बड़ी छति पहुंच जाती है ऐसे में इस आग से कैसे प्रथम स्तर में निपटा जा सके इसके लिए जाकरूकता बहुत जरूरी हैं। इस अभियान से निश्चित रूप में आप बताओ से निपटने में सहायक होंगे।
कार्यक्रम का संचालन विपिन ने किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन मनोज दीक्षित ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संजय यादव, देवनाथ गर्ग, दिलीप घनश्याम, दीनू मनीष, राजभैया, बीरन प्रजापति आदि रहे।